Thursday 5 April 2012

मोहब्बतें

दर्द देनेवालों को मजा आता है तड़पानेमे
चाहे कितनी ही  गुहार लगालो  इस जालिम ज़माने से

टूटता है दिल किसी तारे की तरह चंद सेकांदोमे
भगवान ना करे कोई पड़े इस जालिम फंदे मे

दिल तोड़ कर चले गए रोज याद आते है,
और जालिम कहते है की आज कल आप सप्नोमेभी नहीं आते है....

मिलना बिछडना तो होता हे रहता है वैसे
कौन यहाँ आया है १०० साल बिताने को

प्यार पाया जिन्होंने हो लिए सवार कर ली सवारी
जो नहीं कर पाए उन्होंने पैदा होके झक मरी....

पया तो प्यार होता है इंतज़ार तो इसीका काम हे है..
अगर इंतजार नहीं किया तो भला वो किस प्यार का नाम है

जिन्होंने पाया सच्चा प्यार उन्होंने तो मनो जन्नत पा ली
जिनसे मुकर गई मोहब्बत मनो उनकी जिंदगी ही गई खाली


No comments:

Post a Comment